क्लाइंट फीडबैक को स्वीकार करना और अपनी सेवाएं सुधारना

क्लाइंट फीडबैक को स्वीकार करना और अपनी सेवाएं सुधारना

क्लाइंट फीडबैक का महत्त्व भारतीय व्यवसाय मेंभारतीय व्यवसायिक परिवेश में फीडबैक क्यों जरूरी है?भारत में व्यापार करना केवल उत्पाद या सेवा बेचने तक सीमित नहीं है। यहाँ की विविधता, सांस्कृतिक…
भारतीय सरकारी नीतियाँ और साइबर सिक्योरिटी स्टार्टअप इकोसिस्टम

भारतीय सरकारी नीतियाँ और साइबर सिक्योरिटी स्टार्टअप इकोसिस्टम

1. भारतीय साइबर सुरक्षा परिदृश्य: ऐतिहासिक और वर्तमान संदर्भभारत में साइबर सिक्योरिटी की ऐतिहासिक पृष्ठभूमिभारत में इंटरनेट का प्रवेश 1990 के दशक में हुआ, जब सरकारी और निजी क्षेत्रों ने…
डीसीएम श्रीराम: ग्रामीण उत्तर भारत से वैश्विक बिजनेस साम्राज्य तक

डीसीएम श्रीराम: ग्रामीण उत्तर भारत से वैश्विक बिजनेस साम्राज्य तक

डीसीएम श्रीराम की स्थापना और प्रारंभिक सफरउत्तर भारत के ग्रामीण परिवेश में नींवडीसीएम श्रीराम की कहानी उत्तर भारत के दिल से शुरू होती है, जहाँ गाँवों की मिट्टी में मेहनत…
सेक्शन 8 कंपनी: गैर-लाभकारी संगठनों के लिए

सेक्शन 8 कंपनी: गैर-लाभकारी संगठनों के लिए

1. सेक्शन 8 कंपनी क्या है?सेक्शन 8 कंपनी एक विशेष प्रकार की संस्था है, जिसे भारतीय कंपनियों अधिनियम, 2013 (Companies Act, 2013) के तहत गैर-लाभकारी उद्देश्यों के लिए पंजीकृत किया…
उद्यमिता की दूसरी पीढ़ी: जब युवा लेते हैं कमान

उद्यमिता की दूसरी पीढ़ी: जब युवा लेते हैं कमान

1. भारत में उद्यमिता की परंपरा और विरासतभारत एक ऐसा देश है जहाँ व्यापार और उद्यमिता की जड़ें बहुत गहरी हैं। यहाँ सदियों से व्यापारिक घराने और परिवार अपने व्यवसायों…
पारिवारिक व्यवसाय में नवाचार: नई तकनीकों और डिजिटल उपकरणों का उपयोग

पारिवारिक व्यवसाय में नवाचार: नई तकनीकों और डिजिटल उपकरणों का उपयोग

1. पारिवारिक व्यवसाय का परंपरागत स्वरूप और उसकी भारतीय विशेषताएँभारत में पारिवारिक व्यवसायों का इतिहास बहुत पुराना है। इन व्यवसायों की नींव परिवार की एकता, आपसी विश्वास और सांस्कृतिक मूल्यों…
पारिवारिक व्यवसाय से स्टार्टअप की ओर: पारंपरिक से आधुनिक उद्यमिता का सफर

पारिवारिक व्यवसाय से स्टार्टअप की ओर: पारंपरिक से आधुनिक उद्यमिता का सफर

पारिवारिक व्यवसाय की परंपरा और इसकी भूमिकाभारतीय समाज में पारिवारिक व्यवसायों का ऐतिहासिक महत्वभारत में पारिवारिक व्यवसायों की जड़ें बहुत गहरी हैं। सदियों से, छोटे गाँवों से लेकर बड़े शहरों…
महिलाओं के सशक्तिकरण में सामाजिक उद्यम की भूमिका

महिलाओं के सशक्तिकरण में सामाजिक उद्यम की भूमिका

1. महिलाओं के सशक्तिकरण का भारतीय संदर्भभारतीय समाज में महिलाओं की स्थितिभारत एक विविधता से भरा देश है, जहाँ महिलाओं की भूमिका हमेशा महत्वपूर्ण रही है। पारंपरिक रूप से, महिलाएँ…
शिक्षा में सोशल इंटरप्रेन्योरशिप: अशिक्षा के खिलाफ संघर्ष

शिक्षा में सोशल इंटरप्रेन्योरशिप: अशिक्षा के खिलाफ संघर्ष

भारतीय शिक्षा व्यवस्था की वर्तमान स्थितिभारत में शिक्षा एक बुनियादी अधिकार है, लेकिन देश के हर कोने तक यह समान रूप से नहीं पहुँच पाई है। शहरी क्षेत्रों में स्कूल…
भारत में सोशल इंटरप्रेन्योरशिप: सामाजिक बदलाव का नया युग

भारत में सोशल इंटरप्रेन्योरशिप: सामाजिक बदलाव का नया युग

1. सोशल इंटरप्रेन्योरशिप का अर्थ और भारत में इसकी प्रासंगिकतासोशल इंटरप्रेन्योरशिप क्या है?सोशल इंटरप्रेन्योरशिप एक ऐसा व्यवसायिक दृष्टिकोण है जिसमें उद्यमी केवल लाभ कमाने के लिए नहीं, बल्कि समाज में…