बूटस्ट्रैपिंग की सीमाएँ: कब भारत में फंडिंग का विकल्प चुनना चाहिए?

बूटस्ट्रैपिंग की सीमाएँ: कब भारत में फंडिंग का विकल्प चुनना चाहिए?

1. बूटस्ट्रैपिंग की भारतीय व्यवसायों में भूमिकाभारतीय स्टार्टअप जगत में बूटस्ट्रैपिंग यानी स्व-वित्त पोषण ने एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। पिछले कुछ वर्षों में, देश के युवा उद्यमियों और…